Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश भारत में एक बिल्कुल अनोखा अनुभव देने वाला राज्य है, इसे “भोर (सुबह) के प्रकाश वाले पहाड़ों की भूमि” के रूप में भी जाना जाता है, यहां आपको ज्यादा पर्यटकों की भीड़ नहीं मिलेगी और आप प्रकृति के बीच बड़े आराम से शांति और सुकून के पल बिता सकते हैं, भारत के सबसे कम देखे जाने वाले राज्यों में से एक अरुणाचल प्रदेश को भारत के ‘अंतिम शांगरी ला’ के रूप में जाना जाता है क्योकि यहाँ की सीमा 3-3 देशों से जुड़ी हुई है,यदि आप सही मायने में प्रकृति की असली सुन्दरता देखना चाहते है तो आपको लाइफ में एक बार अरुणाचल प्रदेश जरुर घूमना चाहिए।
अरुणाचल प्रदेश में आपको आध्यात्म और अडवेंचर का बेहतरीन कॉम्बिनेशन देखने को मिल जायेगा, ऐसे में अगर आप भी घूमने का मन बना रहे हैं तो आप यहाँ प्रकृति के बीच बड़े आराम से शांति और सुकून के पल बिता सकते हैं, आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको अरुणाचल में घूमने के लिए सर्वोत्तम स्थान के बारे में पूरी जानकारी बताने वाले हैं, इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि सही जानकारी के आधार पर आप अपने सफ़र का आनंद ले सके।
Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: कहाँ है अरुणाचल प्रदेश
Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश सेवेन सिस्टर्स राज्यों में से एक है और यह भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित आखिरी राज्य भी है यहाँ जाने के लिए आपको इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है,क्योंकि इस राज्य की सीमा म्यांमार, भूटान और चीन को छूती है इसलिए इस क्षेत्र को काफी सेंसेटिव माना जाता है, बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियाँ और गहरी घाटियाँ इस राज्य की विशेषता है,यह राज्य 26 विशिष्ट जनजातीय समूहों का भी घर है, अरुणाचल प्रदेश में घूमना मतलब हर क़दम पर प्रकृति की जादुई दुनिया से सम्मोहित होने जैसा है।
Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: कैसे पहुंचे अरुणाचल प्रदेश
Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की तरह गुवाहाटी भी अरुणाचल प्रदेश का प्रवेश बिंदु है, अगर आप अरुणाचल प्रदेश घूमने का प्लान कर रहे है तो आप इस तीन मार्ग से वहां पहुँच सकते है।
हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे
अरुणाचल प्रदेश तक पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा तेजपुर है, जो की असम में स्थित है यहाँ से अरुणाचल प्रदेश लगभग 260km दूर है और तेजपुर एयरपोर्ट से आप टैक्सी का उपयोग करके अरुणाचल पहुँच सकते है, वैसे अरुणाचल प्रदेश पहुँचने के लिए सबसे अच्छा और किफ़ायती विकल्प गुवाहाटी से उपलब्ध है, गुवाहाटी के लिए आपको मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और कलकत्ता जैसे शहरों से आराम से फ्लाइट्स मिल जाते है फिर गुवाहाटी से अरुणाचल के लिए आप बस के माध्यम से या फिर प्राइवेट टैक्सी ले कर जा सकते है।
ट्रेन मार्ग से कैसे पहुंचे
असम का हरमुती रेलवे स्टेशन अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के सबसे नजदीक है, जो की मात्रा 43km की दूरी पर स्थित है, यहाँ के लिए आपको देश के अधिकांश शहरो से ट्रेन मिल जायेगा यहाँ से ईटानगर पहुंचने के लिए पर्यटक बस के माध्यम से या फिर प्राइवेट टैक्सी ले कर जा पहुँच सकते है।
सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे
यदि आप सड़क मार्ग से अरुणाचल प्रदेश जाना चाहते है तो आप सड़क मार्ग से भी वहाँ जा सकते है, अरुणाचल सड़क मार्ग से भारत के सभी शहरो से जुड़ा हुआ है।
Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम की कुछ तीव्र स्थितियाँ देखी जाती हैं, इसलिए हो सकता है कि आप कुछ निश्चित मौसमों के आसपास अपनी यात्रा की योजना बनाना चाहें, अरुणाचल प्रदेश की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय सर्दी और वसंत के महीने के दौरान है, वैसे यात्रा के लिए आप मानसून के बाद और सर्दियों से पहले सितंबर और अक्टूबर के मौसम में भी जा सकते है।
Best Places To Visit In Arunachal Pradesh: यात्रा में घूमने योग्य स्थान
वैसे यदि आप पहाड़ों की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं, तो अरुणाचल प्रदेश एक ऐसा गंतव्य है जो आपको कभी भी निराश नहीं करेगा, लेकिन फिर भी अरुणाचल घूमने के लिहाज से मुख्य रूप से निम्न क्षेत्रों में बांटा जा सकता है।
- भालुकपोंग: यहाँ के प्राकृतिक परिदृश्य और आसपास की सुंदरता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, भालुकपोंग असम-अरुणाचल सीमा पर एक छोटा सा शहर है जहां आपके आईएलपी की जांच की जाएगी, भालुकपोंग की ओर सड़क का आखिरी हिस्सा बेहद खूबसूरत है, यह कामेंग नदी के किनारे बसा हुआ है।
2. दिरांग: दिरांग वैली एक अत्यंत खूबसूरत स्थान है, सर्पीन सड़क के एक तरफ कामेंग नदी है जबकि दूसरी तरफ गाँव है, यहाँ कीवी के खेत सड़कों के किनारे पाए जाते हैं छोटे बाज़ार में आवास के लिए कुछ दुकानें और होमस्टे हैं, यह स्थान बस मंत्रमुग्ध कर देने वाला है।
3. सेला दर्रा: यहाँ आप “तवांग में आपका स्वागत है” लिखा हुआ भव्य द्वार देखने को मिलेगा, जहाँ तेज़ हवा में असंख्य प्रार्थना झंडे लहराते रहते है, भारत-चीन युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों की बहादुरी के बारे में अनगिनत कहानियाँ हैं और उनमें से कुछ सेला पास से भी संबंधित हैं, यहां एक आर्मी कैंटीन है जहां आप गर्म चाय या कॉफी पी सकते हैं, सेला गेट के ठीक आगे सेला झील भी है, यह झील अधिकतर समय बर्फ से जमी रहती है।
4. जसवंतगढ़: जसवन्त गढ़ उन बहादुर भारतीय सैनिकों का स्मारक है, जिन्होंने 1962 में भारत-चीन युद्ध में अपनी जान गंवाई थी, यह स्मारक भारत-चीन युद्ध के नायक और महावीर चक्र विजेता राइफलमैन जसवंत सिंह की याद में बनाया गया है, जिन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध में अरुणाचल प्रदेश की नूरानांग चौकी पर युद्ध कुछ दिनों तक अकेले ही चीनी सैनिकों का मुकाबला किया था, रास्ते में जंग गांव पड़ता है जो नूरानांग झरने के लिए खूब मशहूर है।
5. तवांग: अरुणाचल प्रदेश में स्थित तवांग मठ भारत का सबसे बड़ा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ है, यहाँ आने पर आपको ऐसा लगेगा की हम अंततः स्वप्नलोक में पहुंच गए हैं, तवांग जिले की सीमा भूटान से लगती है यह स्थान मुख्य रूप से तिब्बती संस्कृति से भी प्रभावित है, छठे दलाई लामा का घर तवांग में ही स्थित है जहाँ आपको मैरून वस्त्रधारी भिक्षु अपने चेहरे पर एक शांत मुस्कान के साथ घूमते नजर आ जायेंगे।
6. बुम ला: बुम ला भारत-चीन के सीमापर स्थित है, जो 16000 फीट की ऊंचाई पर है, यह तवांग शहर से लगभग 35 किमी दूर है, बुम ला तक केवल भारतीय ही जा सकते हैं, सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण किसी भी विदेशी पर्यटक को यहां आने की अनुमति नहीं है, यहां तक कि भारतीय पर्यटक को जाने के लिए भी परमिट की आवश्यकता होती है।
7. माधुरी झील: यह झील, 1952 में आए भूकंप के कारण बनी थी इसका मूल नाम शुंगास्टर झील है,यहाँ साल 1997 में आई फ़िल्म ‘कोयला’ में माधुरी दीक्षित और शाहरुख खान के एक गाने की शूटिंग के बाद से इसे माधुरी झील के नाम से जाना जाने लगा।
तो पर्यटक इस तरह से अरुणाचल प्रदेश के खूबसूरती का अनुभव ले सकते हैं ।